सूर्य प्रकाश शुक्ल - भारतीय संस्कृति की समृद्ध परंपरा में छठ व्रत महत्वपूर्ण त्योहार के रूप में मनाने की परंपरा लगातार ... सूर्य प्रकाश शुक्ल - भारतीय संस्कृति की समृद्ध परंपरा में छठ व्रत महत्वपूर्ण त्योहार के रूप में मनाने की परंपरा लगातार समृद्ध हो रही है। छठ घाटों पर व्रतियों के साथ परिवारी जनों की भीड़ से इसका सहज अनुमान लगाया जा सकता है। बिहार प्रांत से शुरू होकर उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल सहित पूरे प्रदेश में मनाने की परंपरा दिखाई पड़ रही है। लोक आस्था के महापर्व में देवरिया जनपद के सभी महत्वपूर्ण शहरों बाजारों में खरीदारों द्वारा इस पर्व की तैयारियों के लिए खरीदारी की भीड़ की साथ त्योहार मनाने की तैयारियों में जुटा रहा। जनपद के प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा उत्तर प्रदेश की सरकार के दिशा निर्देशों के क्रम में नागरिक सुविधाओं की व्यवस्था में विशेषकर साफ-सफाई व प्रकाश आदि की व्यवस्था में लगातार लगा रहा। कार्तिक मास की चतुर्थी को नहाए, खाए के साथ व्रत को शुरू किया जाता है। उदयाचल भास्कर को अर्घ्य के साथ संपन्न हुई छठ व्रत। देवरिया जनपद के लगभग सभी छठ घाटों पर साफ सफाई व्यवस्था तथा प्रकाश इत्यादि की व्यवस्था शासन और समाजसेवी नागरिकों द्वारा कराई गई है। इस व्रत में ,छठ मैया ,को विभिन्न प्रकार के फल ,फूल , मिठाई, व घर बने पकवान विशेषकर छठ मैया को प्रिय ठेकुआ , तथा वस्त्र आदि चढ़ाकर सभी प्रकार के मनोरथ को पूरा करने की कामना के साथ व्रती महिलाएं छठ मैया, सूर्य भगवान, को फल, फूल मिठाई, पकवान ,आदि का अर्घ्य प्रदान करके अपनी सभी मनोरथ को पूर्ण होने का आशीर्वाद प्राप्त करती है। जिसके फलस्वरूप व्रती महिलाओं के साथ साथ सभी परिवारी जन पूरे वर्ष भर अत्यंत आनंद व खुशी के साथ अपना जीवन व्यतीत करते हैं। जिससे जनपद में हर्षोल्लास का माहौल बना रहा।
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